हिसार : पात्र अध्यापक संघ की आपातकालीन बैठक मंगलवार को स्थानीय मधुबन पार्क में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता पात्र अध्यापक संघ की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने की।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि नई भर्ती में 10वीं, 12वीं व बीए में से किसी एक में 45 प्रतिशत व बाकी दो में 50 प्रतिशत की शर्त रखी गई है जो सरासर गलत है। इन शर्तो का पात्र अध्यापक संघ पूर्ण रूप से विरोध करता है। सुहासिनी ने कहा कि 20-25 साल पहले बोर्ड परीक्षा परिणाम बहुत ही कम आता था। इसके अलावा जिसने स्टेट, एचटेट की परीक्षा तक पास कर ली है उनके लिए इस प्रकार की शर्त अनुचित है।
पात्र संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार 16 जून तक यह शर्त वापस नहीं लेती तो 17 जून से रोहतक स्थित मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन शुरू होगा। जिला प्रधान पवन ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नियमित भर्ती में अड़चन डालने के लिए नए-नए नियम लागू करके उनके साथ अन्याय कर रही है। वहीं, जिला महासचिव पवन कौशिक ने कहा कि पहले चार वर्ष के अनुभव रखने वालों को पात्र परीक्षा से छूट और अब 10वीं, 12वीं व बीए में नई प्रतिशत शर्त लगाकर पात्र अध्यापकों के साथ अन्याय कर रही है जो बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर नीलम, कविता, राजबाला, सुनीता, नवीन शर्मा, ओमप्रकाश कंबोज, अनिल, राजेश कुमार, रोहताश, चरण उपस्थित थे।