हिसार. मानकों पर खरा न उतरने वाले बीएड कॉलेजों में इस बार अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं हो पाएगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने केवल उन कॉलेजों को अतिरिक्त सीटों पर दाखिला देने की अनुमति दी है, जिनके पास नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) का बी ग्रेड सर्टिफिकेट है। इस फैसले से राज्यभर के कॉलेजों से बीएड की 12 हजार से अधिक सीटें समाप्त हो जाएंगी।
राज्य में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबंधित 450 एजुकेशन कॉलेज हैं। एनसीटीई ने मान्यता के समय इनमें सौ-सौ सीटें मंजूर की थी। एक साल बाद राज्य सरकार की अनुमति से सीटें बढ़ाए जा सकने के प्रावधान के चलते आज इन कॉलेजों में 61 हजार से अधिक सीटें हो चुकी है।
नैक की ग्रेडिंग पर अटका पेंच : शिक्षा का स्तर बनाए रखने के लिए नैक हर कॉलेज को एक्रीडिटेशन देती है। इस बार केवल वही बीएड कॉलेज अतिरिक्त सीटों पर एडमिशन कर पाएंगे जिनके पास नैक का कम से कम बी ग्रेड है। राज्य के 450 में से मात्र 68 कॉलेज इस शर्त को पूरा करते हैं। यानि अगले सत्र में 12 हजार से अधिक अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं हो पाएगा।
एमएड की सीटें भी होंगी प्रभावित : इस आदेश का असर एमएड की सीटों पर भी पड़ेगा। केयू के तहत 19 और एमडीयू के तहत 42 एमएड कॉलेज हैं। इनमें भी समय के साथ सीटों में वृद्धि हुई। अब जिस कॉलेज के पास नैक का बी ग्रेड सर्टिफिकेट नहीं है, वहां भी एमएड की अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं हो पाएगा।
राज्य में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबंधित 450 एजुकेशन कॉलेज हैं। एनसीटीई ने मान्यता के समय इनमें सौ-सौ सीटें मंजूर की थी। एक साल बाद राज्य सरकार की अनुमति से सीटें बढ़ाए जा सकने के प्रावधान के चलते आज इन कॉलेजों में 61 हजार से अधिक सीटें हो चुकी है।
नैक की ग्रेडिंग पर अटका पेंच : शिक्षा का स्तर बनाए रखने के लिए नैक हर कॉलेज को एक्रीडिटेशन देती है। इस बार केवल वही बीएड कॉलेज अतिरिक्त सीटों पर एडमिशन कर पाएंगे जिनके पास नैक का कम से कम बी ग्रेड है। राज्य के 450 में से मात्र 68 कॉलेज इस शर्त को पूरा करते हैं। यानि अगले सत्र में 12 हजार से अधिक अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं हो पाएगा।
एमएड की सीटें भी होंगी प्रभावित : इस आदेश का असर एमएड की सीटों पर भी पड़ेगा। केयू के तहत 19 और एमडीयू के तहत 42 एमएड कॉलेज हैं। इनमें भी समय के साथ सीटों में वृद्धि हुई। अब जिस कॉलेज के पास नैक का बी ग्रेड सर्टिफिकेट नहीं है, वहां भी एमएड की अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं हो पाएगा।
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