यमुनानगर/जींद. अब आईटीआई में भी होटल मैनेजमेंट व हॉस्पिटेलिटी कोर्स कराया जाएगा। यह कोर्स इसी सत्र से शुरू होने जा रहे हैं। इसके लिए अभी प्रथम चरण में चार आईटीआई सिलेक्ट की गई।
इसमें पंचकुला, रोहतक, करनाल व तोशाम की आइटीआई को शामिल किया गया है। यह खुलासा आईटीआई के निदेशक आरसी वर्मा ने किया। वे शुक्रवार को यमुनानगर आईटीआई में डिविजन की बैठक लेने के लिए आए हुए थे। इस मौके पर भास्कर से बातचीत में उन्होंने बताया कि आईटीआई को भी वक्त के साथ कदम ताल मिला कर चलना होगा। इसके चलते ही नए नए कोर्स की पहचान की जा रही है।
उनका मानना है कि होटल इंडस्ट्री तेजी से ग्रो कर रही है। इसमें युवाओं की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। अभी तक इस तरह के कोर्स बड़े संस्थान ही करा रहे थे। अब आईटीआई भी इसमें शामिल होने जा रही है। हमारे यहां जहां इसकी फीस कम है। वहीं स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा भी दी जाएगी।
प्रिंसिपल रखेंगे नजर
आईटीआई से निकलने वाले हर स्टूडेंट्स पर अब नजर रखी जाएगी। पांच साल तक लगातार प्रिंसिपल उन पर नजर रखेंगे। उन्होंने अपना काम किया, या किसी संस्थान में नौकरी कर रहा है।
123 सरकारी आईटीआई
आईटीआई में सीट की कमी नहीं है। इस वक्त प्रदेश में 123 आईटीआई में 36 हजार सीट है। 90 आईटीआई प्राइवेट क्षेत्र में चल रही है। इसमें 14 हजार सीट है। अब निर्णय लिया है कि इस साल से पांच हजार सीट और बढ़ाई जाएगी। यह जिला स्तर पर बढ़ेंगी। क्योंकि इस बार बच्चों में आईटीआई के प्रति जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। अभी तक सवा लाख से अधिक फार्म बिक चुके हैं।
इसमें पंचकुला, रोहतक, करनाल व तोशाम की आइटीआई को शामिल किया गया है। यह खुलासा आईटीआई के निदेशक आरसी वर्मा ने किया। वे शुक्रवार को यमुनानगर आईटीआई में डिविजन की बैठक लेने के लिए आए हुए थे। इस मौके पर भास्कर से बातचीत में उन्होंने बताया कि आईटीआई को भी वक्त के साथ कदम ताल मिला कर चलना होगा। इसके चलते ही नए नए कोर्स की पहचान की जा रही है।
उनका मानना है कि होटल इंडस्ट्री तेजी से ग्रो कर रही है। इसमें युवाओं की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। अभी तक इस तरह के कोर्स बड़े संस्थान ही करा रहे थे। अब आईटीआई भी इसमें शामिल होने जा रही है। हमारे यहां जहां इसकी फीस कम है। वहीं स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा भी दी जाएगी।
प्रिंसिपल रखेंगे नजर
आईटीआई से निकलने वाले हर स्टूडेंट्स पर अब नजर रखी जाएगी। पांच साल तक लगातार प्रिंसिपल उन पर नजर रखेंगे। उन्होंने अपना काम किया, या किसी संस्थान में नौकरी कर रहा है।
123 सरकारी आईटीआई
आईटीआई में सीट की कमी नहीं है। इस वक्त प्रदेश में 123 आईटीआई में 36 हजार सीट है। 90 आईटीआई प्राइवेट क्षेत्र में चल रही है। इसमें 14 हजार सीट है। अब निर्णय लिया है कि इस साल से पांच हजार सीट और बढ़ाई जाएगी। यह जिला स्तर पर बढ़ेंगी। क्योंकि इस बार बच्चों में आईटीआई के प्रति जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। अभी तक सवा लाख से अधिक फार्म बिक चुके हैं।
Complete Guide