इंदौर। ऑनलाइन हम कई साइट्स को सर्च करने में जुट जाते हैं। हालांकि जब बात सेंसिटिव ब्राउजिंग की आती है, तो हमें सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे इंटरनेट बैंकिंग या फिर अपनी मेल खोलते समय, क्योंकि समय के साथ-साथ इंटरनेट में वायरस और हैकरों का हमला बढ़ता जा रहा है। प्राइवेट ब्राउजिंग करने के लिए सबसे पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जानते हैं इनके बारे में।
प्राइवेट मोड
जब भी आपको प्राइवेट ब्राउजिंग करनी हो, तो सबसे पहले अपने ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग मोड को ऑन कर लें। इससे ब्राउजर आपके द्वारा खोली गई किसी भी साइट को रिकॉर्ड नहीं करेगा और ना ही उसका डाटा सेव करेगा। इतना ही नहीं अगर आप कोई भी कंटेंट डाउनलोड करते हैं, तो उसके बारे में कोई भी जानकारी ब्राउजर में सेव नहीं होगी ताकि बाद में कोई दूसरा व्यक्ति उस जानकारी का गलत प्रयोग न कर सके।
कोई भी ट्रैक नहीं कर सकता
प्राइवेट ब्राउजिंग में कोई भी शेयरिंग टूल एक्टीवेट नहीं रहता, जिससे जानकारी बाहर लीक नहीं हो सकती। इसके अलावा साइट्स में आने वाले एड भी ब्लॉक कर देता है।
आईपी मास्िकंग
सर्फिग के दौरान आपके कम्प्यूटर में कूकीज तो सेव हो जाएंगी, मगर उनका आईपी एड्रेस सेव नहीं होता, जिससे कोई भी व्यक्ति उन कूकीज से आपके द्वारा खोली गई साइट को नहीं देख सकता है।
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