रायपुर. प्रीबीएड-डीएड नतीजों की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल पीईटी और पीपीएचटी के नतीजों की घोषणा में उलझ गया है। पीईटी के मॉडल आंसरों में चार और पीपीएचटी के दो आंसरों के रद्द होने से नतीजे घोषित करने में थोड़ा और समय लग रहा है। बीएड-डीएड के नतीजे परीक्षा के 16 दिन बाद ही घोषित कर दिए गए, लेकिन पीईटी के नतीजे घोषित करने में मंडल लेट हो गया।
पीईटी और पीपीएचटी का आयोजन 12 जून को किया गया था। परीक्षा के नौ दिन बाद मॉडल आंसर जारी किए गए। आमतौर पर व्यापमं मॉडल आंसर जारी करने के बाद ही सवालों को रद्द करता है, लेकिन इस साल मॉडल आंसर जारी होने के पहले ही छह सवाल रद्द कर दिए गए। पूरे उत्तरों पर एक बार फिर दावा-आपत्ति मंगाई गई है। दावा-आपत्ति करने के लिए चार दिन का समय दिया गया है। दावा-आपत्तियों के निराकरण के लिए फिर एक बार फिर तीन से चार दिन लगेंगे। इसके बाद ही पीईटी के नतीजों की घोषणा हो पाएगी। दोनों परीक्षाओं के नतीजे जून अंत में घोषित हो पाएंगे।
काउंसिलिंग में होगी देर
परीक्षा के नतीजे घोषित होने तक जून का महीना निकल जाएगा। इसके बाद परीक्षार्थियों को अंकसूची जारी किए जाएंगे। इसमें एक सप्ताह से भी ज्यादा समय लग जाएगा। ऐसे में तकनीकी शिक्षा संचालनालय की ओर से जुलाई के दूसरे सप्ताह के बाद ही काउंसिलिंग की अधिसूचना जारी करनी होगी। ऐसे में जुलाई का महीना भी विज्ञापन जारी करने और तैयारी में बीत जाएगा। इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटों का अलॉटमेंट अगस्त के पहले सप्ताह से ही शुरू हो पाएगा। इंजीनियरिंग छात्रों को दिसंबर में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी के लिए बेहद कम समय मिल पाएगा। छात्रों को तीन महीने की तैयारी के साथ परीक्षा देनी होगी। इससे कॉलेजों के नतीजे भी प्रभावित हो सकते हैं।
पीईटी और पीपीएचटी का आयोजन 12 जून को किया गया था। परीक्षा के नौ दिन बाद मॉडल आंसर जारी किए गए। आमतौर पर व्यापमं मॉडल आंसर जारी करने के बाद ही सवालों को रद्द करता है, लेकिन इस साल मॉडल आंसर जारी होने के पहले ही छह सवाल रद्द कर दिए गए। पूरे उत्तरों पर एक बार फिर दावा-आपत्ति मंगाई गई है। दावा-आपत्ति करने के लिए चार दिन का समय दिया गया है। दावा-आपत्तियों के निराकरण के लिए फिर एक बार फिर तीन से चार दिन लगेंगे। इसके बाद ही पीईटी के नतीजों की घोषणा हो पाएगी। दोनों परीक्षाओं के नतीजे जून अंत में घोषित हो पाएंगे।
काउंसिलिंग में होगी देर
परीक्षा के नतीजे घोषित होने तक जून का महीना निकल जाएगा। इसके बाद परीक्षार्थियों को अंकसूची जारी किए जाएंगे। इसमें एक सप्ताह से भी ज्यादा समय लग जाएगा। ऐसे में तकनीकी शिक्षा संचालनालय की ओर से जुलाई के दूसरे सप्ताह के बाद ही काउंसिलिंग की अधिसूचना जारी करनी होगी। ऐसे में जुलाई का महीना भी विज्ञापन जारी करने और तैयारी में बीत जाएगा। इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटों का अलॉटमेंट अगस्त के पहले सप्ताह से ही शुरू हो पाएगा। इंजीनियरिंग छात्रों को दिसंबर में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी के लिए बेहद कम समय मिल पाएगा। छात्रों को तीन महीने की तैयारी के साथ परीक्षा देनी होगी। इससे कॉलेजों के नतीजे भी प्रभावित हो सकते हैं।
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