गुड़गांव। बीबीए पांचवें सेमेस्टर के परिणाम से असंतुष्ट महरोली रोड स्थित महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने बुधवार को कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनके भविष्य से खिलवाड़ किया है।
परीक्षा परिणाम में इनकम टैक्स विषय में अधिकांश छात्राओं को फेल कर दिया गया। साथ ही किसी को एक तो किसी को दो अंक दिए गए हैं। पांच से अधिक अंक किसी भी छात्रा के नहीं दर्शाए गए। इसकी सूचना कॉलेज प्रबंधन की ओर से परिणाम घोषित होने के बाद ही विश्वविद्यालय प्रबंधन को भेज दी गई थी। सूचना के बाद भी अभी तक इस बात का फैसला नहीं हो पाया है कि विश्वविद्यालय की गलती के कारण ऐसा हुआ है या फिर छात्राओं को हकीकत में ही इतने अंक मिले हैं।
भविष्य के साथ खिलवाड़ : छात्राएं
छात्राओं ने कहा कि परिणाम घोषित हुए दो सप्ताह बीत गए, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकाला गया है। छात्रा सुरभि, नेहा, कविता, पूनम, रजनी, स्वाति ने कहा कि उनकी परीक्षा बढ़िया हुई थी। फिर यह कैसे संभव हो सकता है कि सौ अंक के पेपर में उन्हें दो अंक ही हासिल हुए हों।
हुई है बड़ी गलती : प्राचार्य
प्राचार्य डॉॅ. अशोक दिवाकर ने कहा कि यह संभव नहीं कि इतनी बड़ी संख्या में छात्राएं दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचे। मार्किंग में जरूर कहीं न कहीं बड़ी गलती हुई है। या तो मार्किंग करते समय कॉपियों में गलत अंक चढ़ा दिए गए हैं या फिर कंप्यूटर में अंक गलत फीड किए गए हैं। पूरे घटनाक्रम से तत्काल विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत करा दिया गया है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि बीबीए के पांचवें सेमेस्टर में उनके कॉलेज की करीब ढाई सौ छात्राएं परीक्षा में शामिल हुई थीं। इनकम टैक्स विषय की परीक्षा में 10-12 छात्राएं ही परिणाम में पास दर्शाई गई हैं। उन्हाेंने कहा कि परिणाम आने के तुरंत बाद उन्होंने कॉमर्स की प्राध्यापिका पूनम राजौरा को विश्वविद्यालय भेज कर इसकी जानकारी दे दी थी। प्राचार्य ने कहा कि जिन लड़कियों के इतने कम दर्शाए गए हैं, ये उनके कॉलेज की मेरिट में आने वाली हैं।
चल रही है जांच : सिंधु
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक बीएस सिंधु ने कहा कि उनके संज्ञान में मामला आया है। इसकी जांच चल रही है। पूरे प्रकरण का पता चलते ही एक विशेष कमेटी गठित कर मामले की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि गलती भी हो सकती है। अगर हुई है तो इसे दूर करेंगे। छात्राओं का भविष्य खराब नहीं होने दिया जाएगा।
परीक्षा परिणाम में इनकम टैक्स विषय में अधिकांश छात्राओं को फेल कर दिया गया। साथ ही किसी को एक तो किसी को दो अंक दिए गए हैं। पांच से अधिक अंक किसी भी छात्रा के नहीं दर्शाए गए। इसकी सूचना कॉलेज प्रबंधन की ओर से परिणाम घोषित होने के बाद ही विश्वविद्यालय प्रबंधन को भेज दी गई थी। सूचना के बाद भी अभी तक इस बात का फैसला नहीं हो पाया है कि विश्वविद्यालय की गलती के कारण ऐसा हुआ है या फिर छात्राओं को हकीकत में ही इतने अंक मिले हैं।
भविष्य के साथ खिलवाड़ : छात्राएं
छात्राओं ने कहा कि परिणाम घोषित हुए दो सप्ताह बीत गए, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकाला गया है। छात्रा सुरभि, नेहा, कविता, पूनम, रजनी, स्वाति ने कहा कि उनकी परीक्षा बढ़िया हुई थी। फिर यह कैसे संभव हो सकता है कि सौ अंक के पेपर में उन्हें दो अंक ही हासिल हुए हों।
हुई है बड़ी गलती : प्राचार्य
प्राचार्य डॉॅ. अशोक दिवाकर ने कहा कि यह संभव नहीं कि इतनी बड़ी संख्या में छात्राएं दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचे। मार्किंग में जरूर कहीं न कहीं बड़ी गलती हुई है। या तो मार्किंग करते समय कॉपियों में गलत अंक चढ़ा दिए गए हैं या फिर कंप्यूटर में अंक गलत फीड किए गए हैं। पूरे घटनाक्रम से तत्काल विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत करा दिया गया है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि बीबीए के पांचवें सेमेस्टर में उनके कॉलेज की करीब ढाई सौ छात्राएं परीक्षा में शामिल हुई थीं। इनकम टैक्स विषय की परीक्षा में 10-12 छात्राएं ही परिणाम में पास दर्शाई गई हैं। उन्हाेंने कहा कि परिणाम आने के तुरंत बाद उन्होंने कॉमर्स की प्राध्यापिका पूनम राजौरा को विश्वविद्यालय भेज कर इसकी जानकारी दे दी थी। प्राचार्य ने कहा कि जिन लड़कियों के इतने कम दर्शाए गए हैं, ये उनके कॉलेज की मेरिट में आने वाली हैं।
चल रही है जांच : सिंधु
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक बीएस सिंधु ने कहा कि उनके संज्ञान में मामला आया है। इसकी जांच चल रही है। पूरे प्रकरण का पता चलते ही एक विशेष कमेटी गठित कर मामले की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि गलती भी हो सकती है। अगर हुई है तो इसे दूर करेंगे। छात्राओं का भविष्य खराब नहीं होने दिया जाएगा।