, जयपुर। सात राज्यों द्वारा गुटखा और तंबाकूयुक्त पदार्थो पर प्रतिबंध लगाने बाद अब राजस्थान ने भी गुटखे के उत्पादन, भंडारण और वितरण पर पाबंदी लगा दी है। बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। हालांकि, राजस्थान में यह पाबंदी सिर्फ गुटखे पर होगी, बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू पर नहीं। इससे पहले बिहार, मध्य प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, गोवा, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश गुटखा और तंबाकूयुक्त पदार्थो पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि गुटखे पर प्रतिबंध के संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इस पाबंदी को लागू करवाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। हालांकि गहलोत ने माना कि सरकार की ओर से पाबंदी लगाने से समस्या हल नहीं होगी। इसके लिए जनता का सहयोग अपेक्षित है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने आधा काम कर दिया है। अब आधा काम जनता को करना है। गहलोत ने बताया कि गुटखे के उत्पादन, भंडारण, विक्रय करने वालों पर 25 हजार से 10 लाख का जुर्माना लगेगा। गुटखे पर पाबंदी से सरकार को 125 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। गहलोत ने कहा कि तंबाकू पर प्रतिबंध के लिए केंद्र सरकार को कानून बनाना होगा।
उत्तर प्रदेश में भी प्रतिबंध की तैयारी
लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश में भी इसे लेकर प्रयास तेज हो गए हैं। मुख्य सचिव 20 जुलाई को इस बारे में स्वास्थ्य, शिक्षा, गृह और कर-निबंधन विभाग की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। माना जा रहा है कि बैठक में कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है। सूबे के साढ़े चार करोड़ लोगों द्वारा तंबाकू का सेवन करने की बात सामने आने पर राज्य सरकार ने चिंता जताई है। इनमें ज्यादातर लोगों को जान का खतरा है। ऐसे में तंबाकू पर प्रतिबंध लगाकर ही इससे निजात पाई जा सकती है।
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