भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों को इस बार किसी शुभ मुहूर्त का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। रक्षा बंधन पर 2 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा, श्रावण नक्षत्र और आयुष्मान का विशेष संयोग बन रहा है, जो एक सिद्धि है। इसलिए पूरे दिन सूर्योदय से लेकर देर रात तक कभी भी राखी बांधी जा सकती है।
10 साल बाद दुर्लभ संयोग
इस बार रक्षा बंधन पर यह संयोग 10 साल बाद आया है। इससे पहले 22 अगस्त 2002 को ऐसा योग बना था। इस साल एक बात और खास है। श्रावण पूर्णिमा दो दिन की रहेगी। एक अगस्त को व्रत की पूर्णिमा और 2 अगस्त को स्नान की पूर्णिमा है। व्रत की पूर्णिमा सुबह 10 बजे से शुरू होगी, जो 2 अगस्त की सुबह 8 बजे तक रहेगी, इसलिए राखी दो तारीख को मनाई जाएगी।
इस दिन ये भी करें
पं. लालमणि पाण्डेय ने बताया कि रक्षाबंधन पर लाल और केसरिया धागे को गंगाजल, चंदन, हल्दी, कुमकुम से शुद्ध कर गायत्री मंत्र का जाप कर अपने घर के मुख्यद्वार पर बांधें। ये धागा घर के आसपास के पंचतत्व जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी, आकाश को संतुलित रखता है और घर का वास्तुदोष दूर होता है।
सराफा बाजार में खुशी : राखी पर्व नजदीक आते ही सोने चांदी के आभूषणों की मांग बढ़ गई है। बाजार में सोनी व चांदी की राखियां मौजूद हैं।
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