हिसार. शांति निकेतन विद्यापीठ के शांति निकेतन पॉलीटेक्निक कॉलेज के मेकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने हाइड्रोलिक फोर्क लिफ्टर बनाया। इसको बनाने के लिए छात्रों ने स्कूटर के टू स्ट्रोक पेट्रोल इंजन का प्रयोग किया।
संस्थान के छात्र अश्वनी, गौरव, ललित, मोंटू, सुशील, विकास और दीपक ने इस प्रोजेक्ट का पूरा किया। शांति निकेतन कॉलेज के प्रिंसीपल रजत बामल ने बताया कि इस लिफ्टर के दो फोर्क लिफ्ट लगी हैं। जिनकी सहायता से 5 क्विंटल वजन को आसानी से उठाया जा सकता है।
विद्यार्थियों ने इसको इस प्रकार से बनाया है कि इसको आसानी से आगे पीछे चलाया जा सके। इसका आकार छोटा होने के कारण इसका प्रयोग औद्योगिक संस्थानों में किया जा सकता है। छात्रों ने बताया कि लिफ्टर में छोटे इंजन का प्रयोग किया है। यह कम जगह घेरता है। छोटे व बड़े औद्योगिक संस्थानों में इसका प्रयोग किया। शांति निकेतन विद्यापीठ के चेयरमैन डॉ. एसएस दलाल कहा कि इसकी कार्यप्रणाली में सुधार करके इसे और अधिक बेहतर बनाया जा सकता है।
संस्थान के छात्र अश्वनी, गौरव, ललित, मोंटू, सुशील, विकास और दीपक ने इस प्रोजेक्ट का पूरा किया। शांति निकेतन कॉलेज के प्रिंसीपल रजत बामल ने बताया कि इस लिफ्टर के दो फोर्क लिफ्ट लगी हैं। जिनकी सहायता से 5 क्विंटल वजन को आसानी से उठाया जा सकता है।
विद्यार्थियों ने इसको इस प्रकार से बनाया है कि इसको आसानी से आगे पीछे चलाया जा सके। इसका आकार छोटा होने के कारण इसका प्रयोग औद्योगिक संस्थानों में किया जा सकता है। छात्रों ने बताया कि लिफ्टर में छोटे इंजन का प्रयोग किया है। यह कम जगह घेरता है। छोटे व बड़े औद्योगिक संस्थानों में इसका प्रयोग किया। शांति निकेतन विद्यापीठ के चेयरमैन डॉ. एसएस दलाल कहा कि इसकी कार्यप्रणाली में सुधार करके इसे और अधिक बेहतर बनाया जा सकता है।