चंडीगढ़. प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की है। इसके तहत 68 हजार से अधिक शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। टीचर्स की कार्य क्षमता को सुधार कर छात्रों को अच्छी शिक्षा दी जाएगी। 20 दिन की यह ट्रेनिंग सितंबर माह में होगी। सरकार ने इसके लिए 20 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं।
प्रदेश में नवनियुक्त अध्यापकों के लिए 30 दिन का परिचय प्रशिक्षण भी होगा। इस पर 4.18 करोड़ रुपए खर्च होंगे। विज्ञान व गणित के नए भर्ती 1665 शिक्षकों को पहले ही परिचय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 5784 मुख्य अध्यापकों के लिए भी 12 दिन का कार्यक्रम होगा। इस साल 2720 पीटीआई को भी सात दिन की विशेष आवासीय ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए 38.08 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने बताया कि सरकार झज्जर के सिलानी गांव में अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित कर रही है।
यह संस्थान सेवापूर्व प्रशिक्षण प्रदान करेगा और प्राथमिक, मिडल और माध्यमिक शिक्षा के लिए अध्यापक तैयार करेगा। इसके अतिरिक्त, जिला जींद में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित किया जाएगा।
चल रहा स्वरक्षा प्रशिक्षण
प्रारंभिक स्तर पर छात्राओं के लिए योगा और स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। प्रारंभिक स्तर पर न्यूनतम 50 लड़कियां प्रति स्कूल के समूह में 88 गैर राष्ट्रीय लड़कियों के शिक्षा के कार्यक्रमों के 440 स्कूलों में ये कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा प्राथमिक स्तर पर अनुसूचित जातियों की ग्रामीण छात्राओं पर ध्यान केंद्रित कर प्रति स्कूल न्यूनतम 50-50 विद्यार्थियों के बैच में सभी जिलों के 440 स्कूलों में योगा कक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक जिले के 10 स्कूलों को कवर किया जाएगा।
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प्रदेश में नवनियुक्त अध्यापकों के लिए 30 दिन का परिचय प्रशिक्षण भी होगा। इस पर 4.18 करोड़ रुपए खर्च होंगे। विज्ञान व गणित के नए भर्ती 1665 शिक्षकों को पहले ही परिचय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 5784 मुख्य अध्यापकों के लिए भी 12 दिन का कार्यक्रम होगा। इस साल 2720 पीटीआई को भी सात दिन की विशेष आवासीय ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए 38.08 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने बताया कि सरकार झज्जर के सिलानी गांव में अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित कर रही है।
यह संस्थान सेवापूर्व प्रशिक्षण प्रदान करेगा और प्राथमिक, मिडल और माध्यमिक शिक्षा के लिए अध्यापक तैयार करेगा। इसके अतिरिक्त, जिला जींद में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित किया जाएगा।
चल रहा स्वरक्षा प्रशिक्षण
प्रारंभिक स्तर पर छात्राओं के लिए योगा और स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। प्रारंभिक स्तर पर न्यूनतम 50 लड़कियां प्रति स्कूल के समूह में 88 गैर राष्ट्रीय लड़कियों के शिक्षा के कार्यक्रमों के 440 स्कूलों में ये कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा प्राथमिक स्तर पर अनुसूचित जातियों की ग्रामीण छात्राओं पर ध्यान केंद्रित कर प्रति स्कूल न्यूनतम 50-50 विद्यार्थियों के बैच में सभी जिलों के 440 स्कूलों में योगा कक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक जिले के 10 स्कूलों को कवर किया जाएगा।
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