हिसार. फर्जीवाड़ा सामने आने पर हटाए गए गेस्ट टीचरों के बाद अब उन्हें नौकरी पर रखने वाले अफसरों पर कार्रवाई की तैयारी है। शिक्षा विभाग ने मामले की पड़ताल के बाद 17 अफसरों को चार्जशीट करने के निर्देश दिए हैं। जिन अधिकारियों के कार्यकाल में गेस्ट टीचर रखे गए उनके नाम इनमें शामिल हैं। इनमें सात अफसर फतेहाबाद और छह सिरसा जिले से हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ शिक्षा नियमावली के नियम आठ के तहत कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग ने 2005 में अतिथि अध्यापक नियुक्त किए गए थे। इसमें कई स्कूल मुखियाओं ने कागजात की बिना जांच पड़ताल के ऐसे अध्यापकों को नियुक्ति दे दी, जो विभाग की निर्धारित शर्तो पर खरा नहीं उतर रहे थे। शिकायत के आधार पर पिछले साल जिला स्तर पर इन गेस्ट अध्यापकों के मूल कागजों की जांच की गई। इसमें 719 अतिथि अध्यापकों की नियुक्ति में गोलमाल पाया गया। इनमें से 12 शिक्षक हिसार जिले के थे। इनमें कई मामले तो ऐसे सामने आए, जो नियुक्ति के समय संबंधित पद की योग्यता ही पूरी नहीं कर रहे थे।
हाईकोर्ट के आदेशों पर हुई कार्रवाई
इस मामले में हाईकोर्ट ने हाल ही में शिक्षा विभाग को नोटिस जारी कर तीन सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए थे कि फर्जी गेस्ट टीचर्स को नियुक्ति देने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए। हालांकि इन आदेशों के बाद कई गेस्ट टीचर्स को निलंबित कर दिया है, लेकिन संबंधित अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। अब विभाग ने 17 अधिकारियों को चार्ज शीट करने के आदेश जारी किए हैं।
इन पर होगी कार्रवाई
नाम स्कूल
कृष्ण कुमार जीएचएस बन मंदौरी,फतेहाबाद
राधेश्याम वर्मा जीएचएस पीली मंदौरी,फतेहाबाद
ओमप्रकाश जीएचएस अलीपुर बरोटा,फतेहाबाद
पानूराम जीएचएस कुंदन, फतेहाबाद
पवन कुमार जीएमएस तलवाड़ी,फतेहाबाद
राजाराम जीएमएस माजरा, फतेहाबाद
बजीर सिंह जीएचएस कालूवास,फतेहाबाद
देवेंद्र सिंह जीएचएस बनहोरी, हिसार
आशा भाटिया जीजीएचएस काबरेल, हिसार
राजकुमार जीएचएस बालू, करनाल
तेजपाल जीएचएस नारायण, पानीपत
हरबिंदर सिंह जीएचएस चोरमारखेड़ा, सिरसा
भारत सिंह जीएचएस हंजीरा, सिरसा
विजय मोहन जीएचएस रंधावा, सिरसा
कमरुदीन जीएसएसएस नहराना, सिरसा
नरेंद्र जीएचएस झोरड़ नाली, सिरसा
देवीलाल जीएसएसएस अबूब शहर, सिरसा
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चंडीगढ़. प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की है। इसके तहत 68 हजार से अधिक शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। टीचर्स की कार्य क्षमता को सुधार कर छात्रों को अच्छी शिक्षा दी जाएगी। 20 दिन की यह ट्रेनिंग सितंबर माह में होगी। सरकार ने इसके लिए 20 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं।
प्रदेश में नवनियुक्त अध्यापकों के लिए 30 दिन का परिचय प्रशिक्षण भी होगा। इस पर 4.18 करोड़ रुपए खर्च होंगे। विज्ञान व गणित के नए भर्ती 1665 शिक्षकों को पहले ही परिचय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 5784 मुख्य अध्यापकों के लिए भी 12 दिन का कार्यक्रम होगा। इस साल 2720 पीटीआई को भी सात दिन की विशेष आवासीय ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए 38.08 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने बताया कि सरकार झज्जर के सिलानी गांव में अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित कर रही है।
यह संस्थान सेवापूर्व प्रशिक्षण प्रदान करेगा और प्राथमिक, मिडल और माध्यमिक शिक्षा के लिए अध्यापक तैयार करेगा। इसके अतिरिक्त, जिला जींद में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित किया जाएगा।
चल रहा स्वरक्षा प्रशिक्षण
प्रारंभिक स्तर पर छात्राओं के लिए योगा और स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। प्रारंभिक स्तर पर न्यूनतम 50 लड़कियां प्रति स्कूल के समूह में 88 गैर राष्ट्रीय लड़कियों के शिक्षा के कार्यक्रमों के 440 स्कूलों में ये कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा प्राथमिक स्तर पर अनुसूचित जातियों की ग्रामीण छात्राओं पर ध्यान केंद्रित कर प्रति स्कूल न्यूनतम 50-50 विद्यार्थियों के बैच में सभी जिलों के 440 स्कूलों में योगा कक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक जिले के 10 स्कूलों को कवर किया जाएगा।
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जैसलमेर.महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत श्रमिकों को मांग के आधार पर रोजगार देने के लिए सरकार ने 15 अगस्त से नई व्यवस्था लागू की है। इसके लिए कॉल सेंटर शुरू किया गया है, जहां फोन करके रोजगार की मांग की जा सकेगी। इस व्यवस्था के तहत जॉबकार्डधारी परिवार निशुल्क नंबर 1800-180-6606 पर कॉल कर रोजगार की मांग दर्ज करवा सकेंगे।
कॉल सेंटर द्वारा रोजगार की मांग के संबंध में आवश्यक सूचना संबंधित विकास अधिकारी को एसएमएस एवं ईमेल द्वारा तथा ग्रामसेवक को एसएमएस द्वारा भेजी जाएगी। विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि कॉल सेंटर पर दर्ज की गई रोजगार की मांग संबंधित पंचायत के पखवाड़ा प्रारंभ होने से पूर्व नरेगा सॉफ्ट में दर्ज हो एवं उन्हें कार्य का आवंटन भी किया जाए।
ऐसे दर्ज होगी रोजगार की मांग
फार्म नं. 6 के साथ साथ अब रोजगार की मांग निशुल्क टेलीफोन नंबर पर भी की जा सकेगी। यह सुविधा सुबह 6 से शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहेगी। मांग के लिए जॉबकार्ड का पूरा नंबर बताना आवश्यक है। निशुल्क नंबर डायल करने के पश्चात सुनाई देने वाले विकल्प में से एक नंबर बटन दबाकर महात्मा गांधी नरेगा का चयन करें।
रोजगार की मांग के लिए 4 नंबर का बटन दबाकर नरेगा ग्राहक सेवा अधिकारी द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध करवानी होगी। जानकारी प्राप्त करने के बाद नरेगा ग्राहक सेवा अधिकारी द्वारा टोकन नंबर दिया जाएगा। इससे आपके द्वारा की गई मांग की स्थिति का पता भी लगाया जा सकेगा। इस कॉल सेंटर से मनरेगा से संबंधित जानकारी एवं शिकायत भी दर्ज करवाई जा सकेगी।
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