जालंधर. डा. भीमराव अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) से पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों के पास अभी भी एडमिशन का मौका है। फस्र्ट राउंड की सीट अलॉटमेंट की रिपोर्टिग के बाद एनआईटी की सभी इंजीनियरिंग ब्रांचों में सीटें खाली रह गई हैं। इंजीनियरिंग की कुल 786 सीटों में से पहली राउंड की रिपोर्टिग खत्म होने के बाद 176 खाली रह गई हैं।
610 सीटों पर विद्यार्थियों ने रिपोर्टिग की है। इसमें 370 विद्यार्थियों ने संस्थान में रिपोर्टिग की, जबकि बाहर के एनआईटी से 240 विद्यार्थियों ने यहां के लिए रिपोर्टिग की। खाली सीटें पांच जुलाई को होने वाली दूसरे राउंड की काउंसलिंग में अलॉट की जाएंगी।
एनआईटी के अधिकारियों का कहना है कि बीते सालों में पहले राउंड में मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स, बायोटेक और इंड्रस्ट्रियल प्रोडक्शन की सीटें भर जाती थी।
इस बार हाई मेरिट के विद्यार्थियों ने दूसरी ब्रांचों में अपना इंट्रस्ट दिखाया है, जिसमें कंप्यूटर साइंस, सिविल, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन में भी विद्यार्थियों ने अपनी च्वाइस को ऊपर रखा है। इसके चलते पहले राउंड की काउंसलिंग में कुछ सीटें खाली रह गई।
यह भी एक कारण
इस बार काउंसलिंग सेंट्रलाइज्ड होने के चलते विद्यार्थी अपनी प्राथमिकता के अनुसार एनआईटी का चयन कर रहे हैं। इसके चलते भी हाई मेरिट वाले विद्यार्थियों ने जालंधर एनआईटी को छोड़कर दूसरी एनआईटी का चयन कर लिया।
610 सीटों पर विद्यार्थियों ने रिपोर्टिग की है। इसमें 370 विद्यार्थियों ने संस्थान में रिपोर्टिग की, जबकि बाहर के एनआईटी से 240 विद्यार्थियों ने यहां के लिए रिपोर्टिग की। खाली सीटें पांच जुलाई को होने वाली दूसरे राउंड की काउंसलिंग में अलॉट की जाएंगी।
एनआईटी के अधिकारियों का कहना है कि बीते सालों में पहले राउंड में मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स, बायोटेक और इंड्रस्ट्रियल प्रोडक्शन की सीटें भर जाती थी।
इस बार हाई मेरिट के विद्यार्थियों ने दूसरी ब्रांचों में अपना इंट्रस्ट दिखाया है, जिसमें कंप्यूटर साइंस, सिविल, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन में भी विद्यार्थियों ने अपनी च्वाइस को ऊपर रखा है। इसके चलते पहले राउंड की काउंसलिंग में कुछ सीटें खाली रह गई।
यह भी एक कारण
इस बार काउंसलिंग सेंट्रलाइज्ड होने के चलते विद्यार्थी अपनी प्राथमिकता के अनुसार एनआईटी का चयन कर रहे हैं। इसके चलते भी हाई मेरिट वाले विद्यार्थियों ने जालंधर एनआईटी को छोड़कर दूसरी एनआईटी का चयन कर लिया।
Complete Guide