देश के टॉप 5 कारोबारी, जो फूंक रहे हैं अर्थव्यवस्था में जान
नई दिल्ली. अर्थव्यवस्था में तेज गिरावट के दौर में सरकार और प्राइवेट सेक्टर कमर कसते नज़र आ रहे हैं। जहां एक तरफ सरकार ने बुनियादी क्षेत्र में 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। वहीं, निजी क्षेत्र भी किसी मायने में सरकार से उन्नीस नहीं साबित होना चाहता है। देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने और रोज़गार पैदा करने के मामले में निजी क्षेत्र बड़़ी भूमिका अदा कर रहा है। आइए, देश के ऐसे पांच बड़े ग्रोथ ड्राइवर्स पर नज़र डालें जो देश की माली हालत बदलने की कूव्वत रखते हैं:
1. मुकेश अंबानी
फोर्ब्स की ओर से इस साल जारी दुनिया के अरबपतियों में 19 वें और भारतीयों में नंबर एक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कर्ताधर्ता मुकेश अंबानी ने ऐलान किया है कि उनकी कंपनी अगले 4-5 सालों में भारत में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी है।
2. अजीम प्रेमजी
फोर्ब्स की सूची में 41 वें नंबर पर मौजूद अजीम प्रेमजी भारत में रहने वाले सबसे अमीर कारोबारियों की सूची में दूसरे नंबर पर हैं। करीब 8 खरब 74 अरब रुपये की संपत्ति के मालिक प्रेमजी की कंपनी विप्रो बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बना रही है।
3. सावित्री जिंदल और नवीन जिंदल
जिंदल स्टील्स की मालकिन सावित्री जिंदल और उनके परिवार को फोर्ब्स ने 80 वां रैंक दिया है। नवीन जिंदल की अगुवाई वाली जिंदल स्टील्स अगले 5 सालों में 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी में है। इसके तहत मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी 10 हजार करोड़ का निवेश करेगी।
4. सुनील भारती मित्तल
साइकिल निर्माण से शुरुआत कर देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी तक का सफर तय कर चुके सुनील भारती मित्तल को फोर्ब्स की लिस्ट में 113 वां रैंक दिया गया है। करीब 4.5 खरब रुपये कीमत वाला भारती समूह अगले कुछ सालों में टेलीकॉम के अलावा मीडिया से जुड़े क्षेत्रों में निवेश कर सकता है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलनी तय है।
5. कुमार मंगलम बिड़ला
एल्युमिनियम उत्पादन में एशिया में नंबर एक आदित्य बिड़ला ग्रुप के कर्ताधर्ता कुमार मंगलम बिड़ला को फोर्ब्स ने 116 वीं रैंकिंग दी है। करीब 19 खरब 25 अरब रुपये के आदित्य बिड़ला ग्रुप के आने वाले कुछ सालों में भारत और बाहर बड़े पैमाने पर निवेश की योजना है। अगर ऐसा हुआ तो देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होने की उम्मीद है।